In the year 2020, Cyber Cell Mandi has invested 13 cases successfully and a total of 21 lac rupees were recovered and returned to the people who lost this money due to Cyber frauds.
The most prevalent cyber frauds included:
1. Sharing details of PayTM PIN and numbers
2. ATM Cloning
3. Sharing details of Debit/Credit/ATM card – PIN, OTP, CVV, Name on the Card, Card Number etc
4. Online Shopping on fraud sites
5. Accessing links sent b fraudsters
6. Cash deposition in fraud accounts – lottery, gifts from foreigners, lucky draw etc.
ü It is reiterated that financial information like ATM Number, Name, PIN, CVV (3 digits at the back), OTP (on mobile phone or email), PayTM PIN or other online payment platforms like BHIM, Google Pay, Samsung Money, Airtel Money, Jio Money, M Paisa etc. shall never be shared with anyone.
ü Remember no one calls from Banks, Police Station, Airport, Income Tax, Excise, Custom office to know about these details. If you are encountering any banking related issue, personally visit the bank or call a bank employee you personally know.
ü Toll free numbers available on Google or other search engines can also be linked to fraudsters so use only the helpline numbers given on bank documents and which are displayed by banks.
ü Only one person shall enter an ATM at a time. Customers must insist to be alone during ATM use and also shall physically check the ATM slot and keyboard to look for any skimming devices. Never write the ATM PIN on the ATM card. For remembrance one can change the ATM PIN as per convenience or write it down in a coded/discreet way at some other place or belonging.
ü No one will ask for money over facebook or messenger or other social media sites . If you get such messages please call the person over phone and verify the message before sending money.
ü Online loan applications are not to be used. These applications are illegal and donot confer to RBI Guidelines and often it is reported that they use the personal data of user to call his contacts and misbehave with them to pressurise the person to pay exorbitant rate of interest while repayment.
ü As far as possible use only cash on delivery and known online shopping portals.
ü Never trust any information on social media sites and mobile applications like whatsapp blindly. Always verify the information before forwarding it.
ü Share such experiences and information with your friends and family.
Mandi Police is committed for your Safety. Help us to keep you safe! Incharge Cyber Cell Inspector Sanjeev Kumar and his team are always at your service.
Jai Hind!
Shalini Agnihotri, IPS
SP Mandi
9317221001
वर्ष 2020 में, साइबर सेल मंडी ने 13 मामलों का सफलतापूर्वक समाधान किया है और कुल 21 लाख रुपये वसूले गए और साइबर धोखाधड़ी के कारण इस पैसे को खोने वाले लोगों को वापस कर दिया गया।
सबसे प्रचलित साइबर धोखाधड़ी में शामिल हैं:
1. पेटीएम पिन और संख्याओं का विवरण साझा करना
2. एटीएम क्लोनिंग
3. डेबिट / क्रेडिट / एटीएम कार्ड का विवरण साझा करना - पिन, ओटीपी, सीवीवी, कार्ड पर नाम, कार्ड नंबर आदि
4. धोखाधड़ी वाली साइटों पर ऑनलाइन शॉपिंग
5. धोखेबाजों द्वारा भेजे गए ऑनलाइन लिंक को संचालित करना
6. धोखाधड़ी खातों में नकद जमा करना - लॉटरी, विदेशियों से उपहार, लकी ड्रा आदि।
ü यह दोहराया जाता है कि ATM नंबर, नाम, पिन, CVV (पीछे की ओर 3 अंक), OTP (मोबाइल फोन या ईमेल पर), पेटीएम पिन या BHIM, Google पे, सैमसंग मनी, एयरटेल जैसे अन्य ऑनलाइन भुगतान प्लेटफार्मों जैसी वित्तीय जानकारी दोहराई जाती है। पैसा, Jio मनी, M Paisa आदि कभी भी किसी के साथ साझा नहीं किया जाये।
ü याद रखें कि इन विवरणों के बारे में जानने के लिए बैंक, पुलिस स्टेशन, हवाई अड्डे, आयकर, उत्पाद शुल्क, कस्टम कार्यालय से कोई कॉल नहीं करता है। यदि आप किसी भी बैंकिंग से संबंधित समस्या का सामना कर रहे हैं, तो व्यक्तिगत रूप से बैंक पर जाएं या एक बैंक कर्मचारी को कॉल करें जिसे आप व्यक्तिगत रूप से जानते हैं।
ü गूगल या अन्य खोज इंजनों पर उपलब्ध टोल फ्री नंबर को धोखेबाजों से भी जोड़ा जा सकता है, इसलिए केवल बैंक दस्तावेजों पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करें या उन नुम्बरो का जो बैंकों द्वारा प्रदर्शित किए जाते हैं।
ü एक समय में केवल एक व्यक्ति एटीएम में प्रवेश करेगा। ग्राहकों को एटीएम उपयोग के दौरान अकेले रहने के लिए आग्रह करना चाहिए और किसी भी स्किमिंग उपकरणों को देखने के लिए एटीएम स्लॉट और कीबोर्ड की भौतिक जांच करनी चाहिए। एटीएम कार्ड पर कभी भी एटीएम पिन न लिखें। स्मरण के लिए व्यक्ति अपनी सुविधानुसार एटीएम पिन को बदल सकता है या किसी अन्य स्थान या संबंधित स्थान पर कोडित / विवेकपूर्ण तरीके से लिख सकता है।
ü कोई भी फेसबुक या मैसेंजर या अन्य सोशल मीडिया साइटों पर पैसे नहीं मांगेगा। यदि आपको ऐसे संदेश मिलते हैं तो कृपया फोन पर व्यक्ति को फोन करें और पैसे भेजने से पहले संदेश को सत्यापित करें।
ü ऑनलाइन ऋण आवेदनों का उपयोग नहीं किया जाना । चाहिए ! ये एप्लिकेशन अवैध हैं और आर बी आई दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते हैं और अक्सर यह देखा गया है कि वे उपयोगकर्ता के व्यक्तिगत डेटा का उपयोग उसके संपर्कों को कॉल करने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने के लिए करते हैं, जो व्यक्ति को पुनर्भुगतान के दौरान ब्याज की अत्यधिक दर का भुगतान करने के लिए दबाव डालते हैं।
ü जहाँ तक संभव हो केवल कैश ऑन डिलीवरी और ज्ञात ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल्स का उपयोग करें।
ü सोशल मीडिया साइट्स और मोबाइल एप्लिकेशन जैसे व्हाट्सएप पर किसी भी जानकारी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। हमेशा सूचना को अग्रेषित करने से पहले सत्यापित करें।
इस तरह के अनुभव और जानकारी अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें।
मंडी पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। आपको सुरक्षित रखने में हमारी मदद करें! प्रभारी साइबर सेल इंस्पेक्टर संजीव कुमार और उनकी टीम हमेशा आपकी सेवा में है।
रास्ता रोककर मारपीट करने के मामले
1. अभियोग संख्या 06/2021 दिनांक 15.01.2021 अधीन धारा 341,323,504 भा.द.स. के अन्तर्गत पुलिस थाना जंजैहली में शिकायतकर्ता हरपाल सिंह सपुत्र श्री मागर सिंह गांव बागवा डाकघर लखनपाल तहसील गुरदासपुर (पंजाब) की शिकायत पर पंजीकृत थाना हुआ कि जब यह मुन्शी प्रमोद के साथ थुनाग में था तो गाडी नं. एच.पी. 65-7272 के चालक अज्जू ने शिकायतकर्ता के साथ गाली-गलौच एवं झगड़ा किया । अभियोग पंजीकृत करके आगामी अन्वेषण किया जा रहा है ।
2. अभियोग संख्या 07/2021 दिनांक 15.01.2021 अधीन धारा 341,323,506,34 भा.द.स. के अन्तर्गत पुलिस थाना औट में शिकायतकर्ता गंगा देवी पत्नी श्री इंदर सिंह गांव व डाकघर गुरान तहसील बालीचौकी जिला मण्डी हि.प्र. की शिकायत पर पंजीकृत हुआ कि जब यह दावनु में मौजुद थी तो काहन सिंह, चित्रु देवी, ठाकरु देवी व भाग चन्द निवासी गांव व डाकघर गुराहन तहसील बालीचौकी जिला मण्डी हि.प्र. के ने शिकायतकर्ता का रास्ता रोककर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी । अभियोग पंजीकृत करके आगामी अन्वेषण किया जा रहा है ।
सड़क दुर्घटना का मामला
अभियोग संख्या 08/2021 दिनांक 15.01.2021 अधीन धारा 279,337 भा.द.स. के अन्तर्गत पुलिस थाना औट में शिकायतकर्ता देव सपुत्र श्री शुनकिया गांव टकोली डाकघर नगवांई तहसील औट जिला मण्डी हि.प्र. की शिकायत पर पंजीकृत थाना हुआ कि जब यह टकोली में मौजुद था तो बस न. एच.पी.68बी-6161 जो मण्डी से कुल्लू की ओर जा रही थी के चालक की लापरवाही से बस में सवारी के रुप में चढ़ रहा टेक सिंह सपुत्र श्री उत्तन चन्द निवासी गांव पुरनधार डाकघर नगवांई तहसील औट जिला मण्डी हि.प्र. दुर्घटना का शिकार हुआ एवं घायल हो गया । अभियोग पंजीकृत करके आगामी अन्वेषण किया जा रहा है ।